बुधवार, ८ जून, २०१६

Mousam Bhighi Ankhonka

पत्ता पत्ता शबनम शबनम
मौसम भीगी आँखो का
गुलशन गुलशन एक ही मौसम
 मौसम भीगी आँखो का

आँखों से कुछ तारें टूटे 
क़िस्मत चमकी दामन की 
 आज हुआ जायज़ और का मौसम
   मौसम भीगी आँखो का

 अब के बरस भी तनहाई के                           
बादल अपने सर पर हैं 
अब की बरस भी देखेंगे हम 
मौसम भीगी आँखो का


भीगी आँखों के मौसम का 
इतना ही अफ़साना हैं 
फूलों के खिलने का मौसम
मौसम भीगी आँखो का

और 'निज़ाम' अब घर से निकलें 
वीरान-ए-आबाद करें 
वरना होगा हमसे बरहम
मौसम भीगी आँखो का

कोणत्याही टिप्पण्‍या नाहीत:

टिप्पणी पोस्ट करा

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...